गीत
आओ…ले चलूँ तुम्हें आज मैं वहाँ , ना हो कोई गम बस हो हँसी सा जहाँ | खवाहिशें तुम्हारी सभी
Read Moreरजनी रह रहकर यही सोचती थी आखिर कौन सा है मेरा घर , वह घर यहां मैने जन्म तो लिया
Read Moreज़िन्दगी गर सहज ही चलती जाती तो क्या बात थी जैसा हम चाहते वैसा ही होता रहता तो क्या बात
Read Moreकैसे कह दोगे कैसे कह दोगे कि खुद को मैं इतना भी समझ पाया अशको को अपनी आँखो मे यूं
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