गजल
मन करे आजमा लो हमे ।दिल से अपना बना लो हमे । बेवजह कुछ नही बोलते,आइना तुम बना लो हमें
Read Moreरविवार 30 जुलाई, को भव्या फाउंडेशन के तत्वाधान में कैंसर पीड़ितों और शारीरिक रूप से अक्षम और आटिज्म वर्रिएर्स बच्चों
Read Moreहे डमरु धर हे शशि शेखर,हे गंगाधर हे अभयंकर |पीकर के गरल सरस करते,जग-जीवन को जड़ चेतन को | तर
Read Moreयादों का आंगन 💐💐💐💐 मेरे बचपन का घर आंगन रह रह के मुझे याद आता है | जी चाहता है
Read Moreयाद बहुत आता है 💐💐💐💐💐💐💐💐 माँ-बाबुल बचपन घर- आंगन कितना तरसाता है | मुझको वह बचपन का आँगन याद बहुत
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