बाल दिवस
आया बाल दिवस बन ठन के,बच्चे भोले भाले सच्चे मन के,बचपन से करें फिर मुलाकात,चाचा नेहरू को करें हम याद
Read Moreहरी-भरी तुलसी खिली रहती मेरे आंगन मनभावन,बारहों मास बरसे सुख का अमृत”आनंद” सावन । प्रतिदिन सुबह शाम धूप, दीप, आरती
Read Moreकलम की ताकत को सच में तुम मानो बेजोड़,अच्छे-अच्छे को कर देती ये भ्रमित और मोड़,लिखित शब्दों का जादू सर
Read Moreप्रभा के पुंज, लोक प्रकाशक,दीप्ति मूर्ति रवि को मेरा प्रणाम है ।महातेजस्वी, सुवर्ण सदृश रश्मिमान,अरुण, आदित्य को मेरा प्रणाम है
Read Moreएक चकोर उस चांद और चांदनी का बड़ा दिवाना हैं,रात की कली ने जिसको अपना सब कुछ माना है,इंतजार के
Read Moreप्रभु है सर्वे सर्वा जगत के तारणहार,भक्ति की शक्ति है अद्भुत अपरंपार,भक्ति अटल मृत्यु का मुंह मोड़ दे,प्रभु को नाम
Read Moreदेखो री सखी घर-घर बटत बधाई,रघुवर संघ विराजत सर्व सुहागन सीता माई,सुंदर छवि अंखियन में समाई,जो छवि निरखतकामदेव भी हारे,शोभा
Read Moreसाधना काल का हुआ मंगल शुभारंभ,कर लो अंतकरण की शुद्धि को प्रारंभ,असाध्य कष्टों से है मुक्ति का दिव्य मार्ग,नवरात्रि उपासना
Read Moreदिल पर बोझ मत डालिए,दुखों को हुजूर मत पालिए,जिंदगी का मजा लीजिए,गमों को रफा-दफा कीजिए । थोड़ा टहलने का “आनंद”
Read More