कर्म फल
आखिर जिसके, पास जो है वह वही तो, बांट पाएगायदि बोया पेड़, बबूल का तो फिर फल, कहां से, खाएगा।।
Read Moreयूं ही नही कोई, अटल बन सकता ग्वालियर की, पुण्य धरा परएक अटल सितारा, उदित हुआजन-मानस पर, अमिट छाप छोड़ीबार
Read More-साठ का आंकड़ा, पार क्या किया लगता है जैसे, नये पंख लग गये नयी नयी विधाओं,से हुआ सामना खुशियों से
Read Moreमुंबई की लोकल, ट्रेन का सफर एकदम , है निराला ।। क्या अंदर, क्या बाहर सब जगह, भारी भीड़ है
Read Moreजन्म के साथ, जो करतब दिखातेमाता पिता की, बेड़ियां खुलवातेपहरेदारों को, गहरी नींद सुलाकरनंद के घर , आनंद बरसातेआज उन्हीं
Read Moreकरोड़ों दिलों की, थी एक पुकारचंद्रायन 3 करे, सपने साकारचंद्रयान चन्द्रमा की,सतह को चूमे140 करोड़ भारतीय,नाचे, झूमें धड़कनें जन जन
Read Moreकभी बेमतलब भी बतियाया करोबिना काम के आया जाया करोहाल चाल, पूछते रहिये जनाबबाद में, अफसोस न जताया करोकभी बेवजह
Read Moreपवित्र सावन का ,महीना आयाघनघोर घटाएं, साथ में लायाझरने, नदियां, सब खिलखिलाएसौंदर्य पृकृति का, वरणा न जाएझमाझम बारिश, शोर मचाए।।
Read Moreरोज सवेरे , घूमने जाएं खुली हवा का, लुफ्त उठाएं नियमित, दिनचर्या अपनाएं तन और मन को , स्वस्थ बनाएं
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