गीत/नवगीत

राम नवमी‌

इस बार, अयोध्या , की छटा का
कुछ अलग , मिजाजे खास है
अब नही, श्री राम लला, टेंट में
भव्य मंदिर में, उनका निवास है

इस बार की , रामनवमी,

कुछ अलग, और कुछ खास है।।

कोटि-कोटि, सनातनियों के मन में
उत्साह, उमंग और विश्वास है
आखिर सत्य की, विजय हुई
छल-कपट का, पर्दा फाश है

इस बार की , रामनवमी

कुछ अलग और कुछ खास है।।

पांच सौ वर्षों से,अधिक का संघर्ष
लाखों कुर्बानी, व सम्पूर्ण समर्पण
सनातन विरोधियों, की सारी चालें
न्यायालय, ठहराती, बकवास है

इस बार की, रामनवमी

कुछ अलग, और कुछ खास है।।

विरोधी पक्ष की, समस्त दलीलें
ऐसी ढहीं, मानो, मिट्टी की टीलें
गौरवान्वित है, हर भारतवासी
श्री राम जी की, जय-जयकार है।

इस बार की, रामनवमी

कुछ अलग, और कुछ खास है।।

अयोध्या ही क्या, पूरा देश मगन है
लहराई धरती,और झूमता गगन है
राम मय हो रहा, सारा वातावरण
मुखड़ों पर ओज, और आस है।

इस बार की, रामनवमी

कुछ अलग ,और कुछ खास है ।।

सम्पूर्ण अयोध्या, हो गई राम मय
भजन-कीर्तन में हैं, सब तन्मय
जन्मभूमि की शोभा, वरन् न जाए
सरजू के घाट, गुलजार हैं।

इस बार की, रामनवमी

कुछ अलग, और कुछ खास है।।

करोड़ों लोग, दर्शन लाभ, ले चुके
मंत्रमुग्ध एवं अति , प्रसन्न हो लौटे
है हमारी पीढ़ी, अत्यंत,भाग्यशाली
जो पूरी हुईं, सब, अरदास हैं ।

इस बार की, रामनवमी

कुछ अलग, और कुछ खास है

जन-जन का पूर्ण, हुआ मंसूबा
सम्पूर्ण भारत, आनंद में डूबा
अब न कोई शिकवा, ना शिकायत
चौतरफा हर्ष, उल्लास है ।

इस बार की, रामनवमी
कुछ अलग, और कुछ खास है।।

— नवल अग्रवाल

नवल किशोर अग्रवाल

इलाहाबाद बैंक से अवकाश प्राप्त पलावा, मुम्बई

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