ग़ज़ल : मुस्कुराने की अदा
मुस्कुराना इक अदा है मुस्कुराते जाइए अपने संग संग औरों के भी गम भुलाते जाईये | बहुत आसां है यहाँ
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Read Moreभारत के गौरवशाली इतिहास में यहाँ की मान्यताओं का भी एक विशेष स्थान रहा है. यह अपने रीति –रिवाज और
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Read Moreएक टुकड़ा धूप का , अगर मुझको भी मिल जाता , हाँ घने कोहरे में भी , सब साफ़ ही
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