कविता

शिव

निर्गुण होकर भी जिसने गुणों का बखान किया है, तत्व का वह विशिष्ट ज्ञान शिव ही है। धतूरे और विष का जिसने पान किया है, सुध और बेसुध में वह सृष्टि का निर्माण शिव ही है।। अक्षर,शास्त्र,वेद और ब्रह्माण्ड का जिसने प्रतिपादन किया है, वर्तमान का वह साक्ष्य प्रमाण शिव ही है।। जीवन और प्रेम […]

गीत/नवगीत

हम हार न जायें जीवन मे

मन जब अन्तर्द्वन्द से घिर जाये, तब हार न जायें जीवन में। हार न जायें जीवन में। कोयल सी वाणी जब कौए की भाँति कानों को चुभ जाये, हृदय की विदीर्णता पर जब कोई लेप न लगाये। टूटती आस जब बचाने को कोई हाथ पंख ना बन पाये, सफलता की राहों में जब शूल ही […]