पश्चाताप
कभी जो शब्द बोला था, अब उसे समझता हूँ,अपने मुख से निकले अक्षरों पर पछतावा पाता हूँ।जो शब्द निकले थे
Read Moreसत्य सनातन का महान पर्व महाकुंभ आया है,मन-मस्तिष्क में साधना का अलख जगाया है पर्व,नदियों की लहरें भी गहराई में
Read Moreनया साल आया है खुशियाँ साथ लाया है,हर किसी के दिल में उमंगें और उम्मीदें लाया है।नई रोशनी नई सोच
Read Moreनिहारिका साहित्य मंच कंट्री ऑफ़ इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट का द्वितीय वार्षिकोत्सव भव्य तरीके से उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के निराला
Read Moreहे महागौरी माता, चार भुजा धारिणी माँ,वृषभ की सवारी करती, अभय मुद्रा धारिणी,दाहिने भुजा त्रिशूल, बाएँ मे डमरू,वर धारिणी,तेरी महिमा
Read Moreहे माँ कुष्मांडा तुम शक्ति की देवी हो,सृष्टि की रचयिता, जीवन का आकार हो,विश्व की मूरत हो, सृष्टि की धारणाकर्ता
Read Moreसिवान बिहार के युवा साहित्यकार एवं शोध छात्र रूपेश कुमार को साहित्यिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक उपलब्धि के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्था
Read Moreमाँ अम्बे तू गौरीतेरे ही रूप अनेकतू तीनों लोक में प्रसिद्धसबकी इक्षा पूर्ण करने वालीनव नामों से तू पुकारी जातीप्रथम
Read Moreसिवान बिहार के युवा साहित्यकार रूपेश कुमार को साहित्य के क्षेत्र मे विशेष उपलब्धि के लिए 25 जुलाई को लखनऊ
Read Moreसिवान बिहार के युवा साहित्यकार एवं शोध छात्र, शिक्षक रूपेश कुमार को शिक्षा मे विशेष उपलब्धि के लिए 15 जुलाई को
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