बहुत याद आता है
तुम्हारा मुझे एक टक निहारना मुझें बहुत याद आता है , तुम्हारा दुपट्टे में मुँह छिपा कर मुस्कुराना , मुझें
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Read Moreभारत की साहित्यिक निस्वार्थ राष्ट्रीय संस्था “राष्ट्रीय आँचलिक साहित्य संस्थान” का बिहार इकाई का उद्घाटन समारोह मे संस्था के सभी
Read Moreहिंदी मेरी मातृभाषा , हिंदी मेरी जान ! हिंदी के हम कर्मयोगी , हिंदी मेरी पहचान , हिंदी मेरी जन्मभूमि
Read Moreमाखन के चोर , गोपियों की नैनो के मोर, तूने कैसा खेल किया , दुनिया सारी तुम्हारे है ओर ,
Read Moreआया जी आया रक्षा बंधन का त्यौहार , भाई – बहनों के प्यार का त्यौहार आया , जीवन के जन्मों-जन्मों
Read More(अभिनेता सुशांत सिंह की आत्महत्या पे) इतनी-सी क्या देर हो गई तुझे , तुम्हें आए कितना दिन हुआ , ऐसे
Read Moreहे ईश्वर ! अब दया करो , तुम मुझे जन्म दिये हो , मै तेरा अनबुझ बालक हूं , तेरे
Read Moreभारत को कोरोना मुक्त बनाएंगे , हम भारत वासी हर घर मे दिया जलाएंगे , हर भारत वासियो को सलामत
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