हमारी आदत तय है
हमारी आदत तय है, हममें नहीं भय है ! विश्वास पदार्पण के वशीभूत होकर भी अविराम चलायमान है, यही तो
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Read Moreभावना अनाहत है, क्यों फिर आहत है ? यह नहीं मुसीबत है । आदत की कठिनाइयों में विवाद कायम नहीं
Read Moreगरज के साथ विवेक भी महीन है रोक मुद्रा के विकार से चीत्कार खूब-खूब उत्तर में अभिष्टि कहीं है बेअसर
Read Moreलोग कहते हैं मैं बेवफा हूँ ! आफत हूँ ! विशाल दौलत के मद्देनजर अभीष्ट फल की प्रतीक्षा में ज्ञानशील
Read Moreकौए और कोयल में अद्भुत मित्रता थी, वैसी ही मित्रता कोइन और कोइली के बीच भी थी । दोनों एक-दूसरे
Read Moreवे कई दिनों से बीमार थे, बावजूद उनमें कार्यक्षमता अद्भुत थी । वे पढ़ाने के प्रति काफी जागरूक थे, इसके
Read Moreआशा के आगे-पीछे कुछ भी धीमा नहीं है यह प्रीत के विन्यास पर आदतों के प्रसंगश: विग्रह निवेदित है !
Read Moreआदत के समंजन से व्याघात जारी है, कुछ भी नहीं खाली है ! जहाँ हड़बड़ी है, वहीं गड़बड़ी है ।
Read Moreबहुत कुछ कहने को मन करता है, पर कामुक तन धन त्यागता है । यह प्रसंग लिए है, कुछ भी
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