उस दीपक की तरह जलूं…
उस दीपक की तरह जलूं, जिस लौ से जग आलोकित हो। उन रस्तों पर चलूं सदा, जिससे मानवता पुलकित हो॥
Read Moreउस दीपक की तरह जलूं, जिस लौ से जग आलोकित हो। उन रस्तों पर चलूं सदा, जिससे मानवता पुलकित हो॥
Read Moreरोशन आसमान को देखकर गरीब का बच्चा बोला मां मुझे भी आतिशबाजी दो ना। आसमान की रोशनी को देखो चकाचौध
Read Moreखुशियां होठो पर मुस्काएं, मन अनंत उदगारित हो। हर अभिलाषा पूरित हो, और कर्म समय से कारित हो। धन वैभव
Read Moreआप कहते हैं तो होता होगा नया सवेरा हर दिन मगर मैने तो अक्सर वही मंजर देखे हैं कूडे के
Read Moreनकली फूल, बनावट की खुशबु का है व्यापार गुलशन की क्यूं फिक्र करे, व्यापारी सत्तादार। होने लगे आदर्श कलंकित, हर
Read Moreअंधकार के साये में जब, खुद को घिरता पाता हूं। तब मन में नव आशाओं के, जगमग दीप जलाता हूं॥
Read Moreचीर कर इन घनघोर अंधेरों का सीना किरणें एक दिन आयेंगी जरुर,धीरज रख मुरझाई हुई कलियां एक दिन खिलेंगी मुस्काएंगी
Read Moreकुछ तुम घोटाला करो, कुछ हम घोटाला करें। आओ सब मिलकर, लोकतंत्र का मुंह काला करे॥ छोडो जमीर और नैतिकता
Read Moreचलो जला दें अहंकार को हर दुर्गुण हर दुर्विचार को इस जलते रावण के संग…. सत्य विजयी हर काल हुआ
Read Moreआतुर है सूरज, हर तम का सीना चीर निकलने को बांह पसारे हैं कलियां, किरणों का स्वागत करने को। सजने
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