“यह कैसा कालाधन?”
बेईमानी की कोख में, भ्रष्ट पिता के संसर्ग से उत्पन्न नाजायज संतान को “कालाधन” का सम्मान दिया जाता है। सामान्य
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Read Moreभारत, एक गरीब देश है। लक्ष्मीपतियों का गरीब देश! भक्तगण यहाँ साल भर लक्ष्मी जी की पूजा सबसे अधिक करते
Read Moreकलम आज जय उनकी बोलो, जिनकी अजब कहानी है, जिनके बलिदानों से पावन , गंग-जमुन का पानी है, कलम आज
Read Moreबनकर प्रलंयकारी ज्वाला , आज जवानों आग लगा दो, बरसों से प्यासी शमशीरों की शोणित से प्यास बुझा दो, कसम
Read Moreमैं बाबुल की बिटिया प्यारी बनकर कुल का नाम करूँगी, कभी ना कर पाया हो जिसने जग में ऐसे काम
Read Moreआज सिंधु की लहरों ने, ली फिर से अंगड़ाई है, बूढ़ी साँसों में भी फिर-फिर, जाग उठी तरुणाई है, ताल
Read Moreहमारा देश, देश-भक्तों के देश है। हमें प्राथमिक कक्षाओं से प्रतिज्ञा करवाई जाती है “ भारत, हमारा देश है। …..हमें
Read Moreसृष्टि के हर अंश में तेरा रूप नज़र है आता, कहाँ छुपाऊँ तुझको प्रियतम समझ नहीं मैं पाता। मुसकाओगी तो
Read Moreप्यार से प्यारा, इस धरती पर सुंदरतम उपहार नहीं है, कह दो कि तुम्हें प्यार नहीं है? प्यार की लहरें
Read Moreउसने कहा था, जब बरसेगा आसमान से पानी याद तुझे करती होगी इक, तेरी दरस दीवानी। मेरी पायल की रुनझुन, बूँदों की
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