पराए
गिरीश जी ने अभी बेटे को घर में पांव रखा ही था कि बहु की आवाज़ आई “पापा जी को
Read Moreराकेश का तबादला शिमला हो गया। मैं और राकेश अभी -अभी समान के साथ पहुंचे थे ।आते के साथ हमें
Read Moreस्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व को मनाए कुछ इस तरह जाति धर्म के भेद को भूलकर बन जाए एक समान
Read Moreक्या है आजादी के मायने आज के परिवेश में…….. अभिव्यक्ति की आजादी व्यक्तित्व की आजादी या जीने की आजादी! मरने
Read Moreतू जब चले उस राह पर जहां न हो कोई संगी साथी न घबरा—न भयभीत हो अगर होगी लग्न सच्ची
Read Moreजीवन संगीत सुनो जिसमें कितने राग घुले-मिले कभी प्रीत से है भरे-भरे कभी वीरह से है सजे-धजे जीवन संगीत सुनो
Read Moreअगर ये सच है तो झूठ क्या है? अगर प्रकाश सत्य है तो अंधकार क्या है? अगर सूर्य सत्य है
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