अभिनय
कितना जानदार अभिनय ऐसा के कोई समझ न पाये सच है या है कोई नाटक पीड़ा छुपाकर मुस्कुराना स्याह आँखों
Read Moreयह मिट्टी का बना तेरा बदन भी यहीं हैं और यह पानी जैसी दुनिया भी यहीं है दोस्त भी यहीं
Read Moreना जाने वो … क्या मजबूरी थी , या जद्दोजहद थी , धन कमाने की , खुद को आजमाने की
Read Moreद्रुम की डालियाँ काले घुंघराले कुंतल है जलमाला का कलकल जल रसबिम्ब है जिसके झील-सी लोचन बहता शीतल झरना जिसके
Read Moreकुछ तुम सहो, कुछ हम सहें मिलकर सारे गम सहें कुछ तुम कहो, कुछ हम कहें प्यार की बातें कहें
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