क्यों है
है शौक हमें भी खेलने का मगर जिन्दगी से गायब शरारतें क्यों है। है लबों पर चाहतें कई मेरे मगर
Read Moreप्रेम एक गीत है जो ज़िंदगी के साथ शुरु होता है ज़िंदगी के बाद अमर. प्रेम एक पहचान है
Read Moreसुंदरी की सुंदरता, अर्पण करती फूल नयन रम्यता झील की, मोहक पल अनुकूल मोहक पल अनुकूल, खींचता है आकर्षण
Read Moreबिन तेरे तेरी यादों में मुमकिन है… मैं जी जाऊँ बेखबर हूँ… ये भी हो सकता है पूरी तरह बिखर
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