साहित्यिक मासिक पत्रिका हंस, मार्च 2016 में प्रकाशित ‘आत्मकथ्य’ (अभियान की छाया / लेखक- सांत्वना निगम) के बहाने मैं भी लिखने बैठ गया…मैंने अपनी ज़िन्दगी के कई-कई वसंत-पतझड़ ‘पटना’ में बिताये हैं, लगभग 2 दशक की अवधि कतई कम नहीं होती ! पटना-प्रवास के दौरान मेरे कई साहित्यिक मित्र हुए , जिनमें अभी दो के […]
आत्मकथा
सारिका भाटिया की कहानी – 5
(18) छोटे भाई का हौसला और पापा की हिम्मत जब 2004 सगाई टुटने से बहुत उदास थी। अभी सिर्फ एम.ए. किया था। खाली बैठी हुई थी। एक पापा मेरे पास आये और बोले तू इस दुनिया को जरूर हरा देगी। मुझे उनकी बात समझ नहीं आई। उन्होंने मुझे कहा तुम यूपीएससी की परीक्षा दो। मुझे […]
सारिका भाटिया की कहानी – 4
(11) क्लास 11 का परिणाम बहुत अच्छा रहा जब क्लास 11 में परिणाम आना था तो मुझे उम्मीद नहीं थी इतना अच्छे मार्क्स होंगे। मैं खुश थी। उस वक्त मेरे में आत्मविश्वास बन गया था। मेरी मां अपने घर में मंदिर में भजन बोलती थी। उससे मुझे लगाव था। बोलने में मेरे सुधार हुआ था, […]
सारिका भाटिया की कहानी – 3
(6) क्लास 10 की कहानी जब क्लास 10 बोर्ड आया तो मेरे पापा ने मेरे पढ़ाई का ध्यान रखा। पापा मुझे सुबह उठकर पढ़ाते थे। अनुशासन बना रहा मुझ में। पर कक्षा 10 बोर्ड में हर महीने सेमिस्टर प्रि-बोर्ड होते थे। पर उसमें मेरे खराब मार्क्स थे और फेल भी, फिर बहुत रोयी। थोड़ा नकारात्मक […]
सारिका भाटिया की कहानी – 2
(3) मयूर विहार में शिफ्ट हम जिस मकान में रहते थे वह किराये का मकान था। मेरे फूफा जी मिलिट्री में थे। उनका ट्रांसफर होने के कारण मकान खाली था। हम जालंधर से आकर दिल्ली में यहीं रुक गये थे। किराया पर रहते थे, अपना मकान नहीं था। लेकिन जब मैं पैदा हुए थी तो […]
सारिका भाटिया की कहानी – 1
(1) जन्म से पहले मेरी मां मुझे बताती थी जब तुम्हारा जन्म होना था तो काफी मुश्किल आयी थी। सब मेरे परिवार में चिंतित थे। यहां तक दादाजी भी। यह तब हुआ था कि जब मां का गर्भ 3,5 महीने का था। अप्रैल मई का महीना था, अचानक मेरी मम्मी की बुआ के बेटे की […]
रोल मॉडल : अपना ही पीठ थपथपा लेता हूँ !
रोल मॉडल : खुद के पीठ को थपथपा लेता हूँ ! लगातार 14 बार पद्म अवार्ड के लिए नामांकित; एकबार ‘रेमन मैग्सेसे अवार्ड’ के लिए नामांकित; अमेरिकन मैथेमैटिकल सोसाइटी से गणित-शोध प्रशंसित; कविता के क्षेत्र में नेशनल अवार्ड; ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स’ में ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के रूप में नाम दर्ज; 8 बार लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स […]
वजह
आज सुबह-सुबह वेलेंटाईन डे के दिन वैलेंटाइन क्लिक प्रतियोगिता का नतीजा आया था, सर्वश्रेष्ठ वैलेंटाइन क्लिक के लिए सुहास को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया था. सुहास की आंखों के सामने अतीत की लड़ियां एक एक कर खुल रही थीं. ”एक प्यारा-सा दिल जो कभी नफरत नहीं करता, एक प्यारी-सी मुस्कान जो कभी फीकी नहीं पड़ती, […]
डांसिंग फ्लोर की अभिलाषा
डांसिंग फ्लोर की अभिलाषा ‘कितनी बेरहमी से कुचला है, जगह जगह चोट लगी है, कई जगह से फट गया है’ पट्टी लगाते लगाते मोहन कह रहा था। ‘तुम्हें तनिक भी दर्द नहीं होता, इतनी पीड़ा, पर कैसे झेल लेते हो इतना सब कुछ’ मोहन ने डांसिंग फ्लोर पर पट्टी लगाते हुए पूछा। डांसिंग फ्लोर मोहन […]
गुरमैल भाई: 11 ई.बुक्स की बधाई
आज गुरमैल भाई की भावभीनी मेल आई. लिखा था- लीला बहिन , बुक ९ के लिए आप को बहुत बहुत बधाई हो। आप की मेहनत रंग लाई है। घुमा-घुमू कर बात नहीं लिखूंगा, यह सच है कि जिंदगी में मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि कभी मेरी भी ईबुक्स बनेगी जब कि बहुत […]