अंदाज़ा
”तुम गीत लिखते हो- ‘नदी मिले सागर में’, मैं तो सागर में समाकर बहुत खुश होती हूं, मुझे कोई घुटन
Read Moreप्रिय बापू आप अमर थे! अमर हैं!और अमर रहेंगे! क्योंकि जो आपने कहा, जिया और गढ़ा, ‘सत्य ही ईश्वर है’
Read More”मैं तो फिर भी युग-युगांतर तक बची रहूंगी, सर्वनाश होगा तो तुम्हारा ही होगा. मानव तुम अभी न संभले तो
Read Moreवह एक पशु चिकित्सक थी ! पशुओं के प्रति प्रेम और करुणा ने उसे पशु चिकित्सक का कैरियर अपनाने के
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