मात -पिता परमेश्वर
“क्या चल रहा आजकल ?” फोन उठाते ही जेठानी पूछीं | “अरे कुछ नहीं दीदी, घर अस्तव्यस्त है उसे ही
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Read Moreआज शर्मा जी के घर में बड़ी रौनक थी, उनकी एकलौती बेटी ममता की शादी जो थी. बहुत से मेहमानों से
Read Moreवुल्वरहैम्पटन तो मेरे लिए घर जैसा ही था। पहले ही दिन मुझे ड्राइविंग पर लगा दिया गिया। रोज़ रोज़ मुझे
Read Moreउस नई कॉलोनी में सीमेंटेड सड़क बन गई थी। बहुत दिनों बाद मांग पूरी होने से लोग बेहद खुश थे।
Read Moreमैंने रेड सिग्नल पर अपनी स्कूटर रोकी . ये सिग्नल सरकारी हॉस्पिटल के पास था . उस जगह हमेशा बहुत
Read More“घर-परिवार -समाज सब भूल नेट में खोयी रहती हो। ये कैसा नशा पाल लिया रितु? मैं कहता रहता हूँ ,
Read Moreदुसरे दिन हम तीनो दोस्त वुल्वरहैम्पटन बस स्टेशन पर पहुँच गए और 529 नंबर बस जो वुल्वरहैम्पटन से वालसाल को
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