जड़ें
”यदि सपने सच नहीं हों, तो रास्ते बदलो सिद्धांत नहीं, क्योंकि पेड़ हमेशा पत्तियां बदलते हैं, जड़ें नहीं.” सुशीला मिस्त्री
Read More“हाचड़” (फुरसतिया मनोरंजन) कौवा अपनी राग अलाप रहा था और कोयल अपनी। मजे की बात, दोनों के श्रोता आँख मूँदकर
Read More“पापाजी,मेरे स्कूल से नोटिस आया है।” ‘उसमें क्या लिखा है ।” “उसमें लिखा है कि यदि आपने तीन दिन में
Read Moreबातुक और रोजकुमार की दोस्ती प्रगाढ़ हो चली थी। ऐसा लगता था, मानो दो जिस्म एक जान हों।कोई भी समस्या
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