गीतिका/ग़ज़ल डॉ. ओम निश्चल 04/02/202504/02/2025 ग़ज़ल मेरे मन का आंगन तुम्हारा तुम्हाराये जीवन का प्रांगण तुम्हारा तुम्हारा यहां तितलियों सी उड़ो और विचरोये बगिया ये उपवन Read More
गीतिका/ग़ज़ल बृज राज किशोर "राहगीर" 02/02/202531/01/2025 ग़ज़ल एक सुनहरे तारों वाला जाल सियासत है भैया।बीत गया जो उस युग का कंकाल सियासत है भैया। आरोपों-प्रत्यारोपों के वार Read More
गीतिका/ग़ज़ल प्रीती श्रीवास्तव 02/02/202531/01/2025 ग़ज़ल ऐ मुहब्बत हमें दर्द इतना न देभूल जाए जहाँ गर्द इतना न देकारवाँ ये हमारा यूं चलता रहेयाखुदा तू हमें Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. महेन्द्र अग्रवाल 01/02/202515/01/2025 ग़ज़ल जान अपनों से बचाई हैये अभी तक की कमाई हैमैं मुक़ाबिल हो नहीं सकताआपने तक़दीर पाई हैवो बड़े सर्जन किया Read More
गीतिका/ग़ज़ल बलविन्दर ‘बालम’ 01/02/202504/02/2025 ग़ज़ल एक बढ़िया ग़ज़ल का अनुमान है।ग़ज़ल में उतारना भगवान है।खूवसूरत मुखड़े को हम क्या कहें?रौशनी की रौशनी पहचान है।देखनी जन्नत Read More
गीतिका/ग़ज़ल सुरेश मिश्र 01/02/202524/01/2025 अच्छा नहीं लगता धन से गरीब हो तो,चलता है मेरे यारा,मन से गरीब होना,अच्छा नहीं लगता। संतों की ये माटी है, कण-कण से Read More
गीतिका/ग़ज़ल डॉ. ओम निश्चल 29/01/202529/01/2025 ग़ज़ल उदासियों में भी चेहरे पे रोशनी थी बहुतवो मेरे साथ थी जब, ख़ुश ये ज़िंदगी थी बहुतक़रीब रह के भी Read More
गीतिका/ग़ज़ल *मदन मोहन सक्सेना 25/01/202525/01/2025 ग़ज़ल प्यार के गीत जब गुनगुनाओगे तुम ,उस पल खार से प्यार पाओगे तुमप्यार दौलत से मिलता नहीं है कभी ,प्यार Read More
गीतिका/ग़ज़ल *भरत मल्होत्रा 25/01/202525/01/2025 ग़ज़ल ज़ुबां से तो ना लिया नाम तुम्हारा हमनेखामोशियों से मगर रोज़ पुकारा हमने लबों पे बात अपने दिल की कभी Read More
गीतिका/ग़ज़ल सुरेश मिश्र 24/01/202524/01/2025 ग़ज़ल जहां तनातनी हो, उसको टाला जाए,मिलकर के कोई रास्ता निकाला जाए। केवल हिन्दू -मुस्लिम की बात मत करिए,कोशिश हो कि,हर Read More