ग़ज़ल
वादा तो कर गए मगर निभाये कौन। जलती है आग मगर इसे बुझाए कौन। अमीरे शहर की सब करते हैं हिमायत। मुफलिसी
Read Moreरोशन गलियां सारी हैं, फिर भी कोई अंधेराजो राह दिखाये जीने की, रहनुमा वही लुटेरा ऐसे रात सिमट जाती, बेनूर
Read Moreये आइनों का शहर है , खुशनुमा कितना, पत्थरों का यहाँ बाज़ार गर्म है कितना, उन के दीदार से मरीज़े इश्क़ पे
Read Moreसखियों ने जो तेरी पूछा तो बताना पड़ा मुझे । कई थे खत तेरे पास मेरे दिखाना पड़ा मुझे ।
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