कहानी जोश की
मन बुढा हो तो तन बुढा ‘ सीख़ हमें दे जाती है सौ साल की दादी जब ‘ स्वर्ण पदक
Read Moreमन बुढा हो तो तन बुढा ‘ सीख़ हमें दे जाती है सौ साल की दादी जब ‘ स्वर्ण पदक
Read Moreन मारो बेटियों को न मारो बेटियों को ‘ उन्हें पैदा होने दो न जाने कौनसी बेटी का जग में
Read Moreन्यायपालिका सर्वोपरि है लेकिन यह संज्ञान रहे जन मानस से जुडी भावना का भी तो सम्मान रहे सारे मज़हब सम्प्रदाय
Read Moreहो तुम जहाँ रहती हो साँसों में यादो के भोरे मडराने लगते है रातों में बनके चाँदनी तुम दिल
Read Moreघर-आँगन वो बाग सलोने, याद बहुत आते हैं बचपन के सब खेल-खिलौने, याद बहुत आते हैं जब हम गर्मी में
Read Moreअब ना तारणहार आएँगे, ना ही पालनहार आएँगे माखन-मिश्री भोग लगाने, मोहन ना अब द्वार आएँगे। शकुनि की शातिर चालों
Read Moreजन्म मथुरा लिए – आज कान्हा , डर सताने लगा है – पिता को आततायी है मथुरा का राजा ,
Read Moreवही बसा है दिल में मेरे, उससे बनी कहानी है। दिल की वो धड़कन है मेरी साँसें भी बेगानी है।।
Read Moreतेरे लिए ये गीत है । लिखती तुझे मन मीत है । बस प्रेम की आहें सुनी। राहे कठिन ये
Read Moreजिओ बेटी जिओ, जिओ बेटी जिओ रियो को अपने नाम कियो। तुम देती हो सम्मान हर बार हम हर बार
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