होगी उन से फिर मुलाकात होली में होगी नैनों से नैनों की बात होली में होंगे बरसों बाद फिर आमने-सामने जाने संभलेंगे कैसे ज़ज्बात होली में छुआ था तुमने जो गुलाल के बहाने बन गये थे प्यार के हालात होली में आज तक है याद वह छुअन तुम्हारी हुई थी जो प्रेम की बरसात होली […]
गीत/नवगीत
हमसफ़र चाहता हूँ
हमसफ़र चाहता हूँ, बस इक तेरी नज़र चाहता हूँ। जिन्दगी कुछ यूँ हो मेरी, बस इक घर चाहता हूँ॥ हमसफ़र चाहता हूँ॥ कदम दो कदम जो चलना जिन्दगी में कदमों पे तेरे, कदम चाहता हूँ। लबों पे खुशी हो तेरे सदा ऐसी कोई कसम चाहता हूँ। हमसफ़र चाहता हूँ॥ राह-ए-जिन्दगी होगी हसीन ग़र संग हम […]
गीत – जिनको बसंत में था खिलना
जेठ माह में खिले कुसुम वो जिनको बसंत में था खिलना रूप कुदरती नहीं आ सका है सुगंध में अनजानापन चहल-पहल भ्रमरों की कम है लगे तितलियाँ आतीं बेमन असल खुशी देता है सबको नियत वक्तपर ही कुछ मिलना अभी कहाँ गीतों का गायन कहाँ प्रणय की बेला मधुरिम है उमंग भी बुझी-बुझी सी अगन […]
कविता – अनकही !
है सदा तमन्ना मेरे दिल में, कुछ तुझ सी बातें पाने की कभी तुझमे जो है पाने की, कभी बस तुझको ही पाने की है लाख अदाएं तेरी उसमे एक तो है मेरे ही लिए यूँ ही तो नहीं मिलता ही कोई राहों से गुजर जाने के लिए यह आस रही मेरे दिल में ,कुछ […]