फासले कम क्यों करें हम
दोस्ती में नस्ल देखकर,एतबार नहीं की जाती है।तन्हाई में अपनी पहचान खत्म करने की हिम्मत,रास नहीं आती है। फासले कम
Read Moreदोस्ती में नस्ल देखकर,एतबार नहीं की जाती है।तन्हाई में अपनी पहचान खत्म करने की हिम्मत,रास नहीं आती है। फासले कम
Read Moreयह आम बात नहीं है,हुनरमंद हाथों से निकली हुई आवाज है,तब हम कह सकेंगे,नुक्स निकालने में लगे हुए सफ़ल आगाज़
Read Moreवेद पुराणों की प्रखर वाणी,मत बन मानव तू अभिमानी,यदि ये बात तूने जो न मानी,भुगतेगा, न चलेगी मनमानी । जन्म
Read Moreक्या हैं हम और क्यों हैं?क्यों नहीं जान ये पाते हैं,खुद से मुलाकात न कर,अहम-वहम में क्यों खो जाते हैं!
Read Moreनील गगन में रुई सरीखे फाहों के अम्बार लगे।हे अगहन में दिखे मेघ! तुम हिम से लच्छेदार लगे।निर्मल धवल कीर्ति
Read Moreआदमी कितना एहसान फरामोश हो गयाअपने ही नशे में मदहोश हो गयामिलते हुए भी ज़िन्दगी में सब कुछदिल से क्यों
Read Moreबीबी आई जब से घर में, हँसी गया मैं भूलहिम्मत नहीं, किसी को भी दूँ गेंदे का फूल शादी के
Read More