बाल कविता
धारण करती धरती माता। जन -जन तेरी महिमा गाता।। अन्न,शाक, फल हमको देती। कभी न हमसे कुछ भी लेती। दूध,
Read More1.नन्ही पौध एक विशाल वृक्ष की मैं नन्ही-सी हूं इक पौध आज, कल मुझको बड़ा होना है, आओ, धीमे जल
Read Moreये दुनिया खुशियों का मेला ,इसमें भरना नहीं झमेला ,उससे मिलना ख़ुशी ख़ुशी से ,जो मानव होवे अलबेला। —जोर लगा
Read More1.भारत मां एक बना दो हे भारत मां, हम बच्चों को नेक बना दो, जीवन में सद्गुण का धन दे,
Read Moreमाँ गुड़हल का फूल कहाँ है,लाकर मुझे दिखाओ।चित्रों वाले फूल दिखाकर,मुझको न बहलाओ।हमनें बस गेंदा गुलाब के,देखे फूल असल के।बाकी
Read Moreहम हैं आज के जागरुक बच्चे, हिंदी से है हमको प्यार, भाषाएं कितनी भी सीखें, निज भाषा अपना उपहार. आओ
Read Moreएक गांव में रहते दो भाई, आपस में करते खूब लड़ाई!! कभी झगड़ा तो कभी रगड़ा, दोनों करते खूब लफरा
Read More(जन्मदिन-हाइकु) मुबारक हो जन्मदिन की वेला मंगल मेला. -गुरमेल भमरा मुबारक हो! (गीत) जिंदगी के गुल्लक में, नया साल मुबारक
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