कवितागीत/नवगीतबाल कविताहाइकु/सेदोका

जन्मदिवस काव्य-रचनाएं: आपकी-हमारी

(जन्मदिन-हाइकु)

मुबारक हो
जन्मदिन की वेला
मंगल मेला.
-गुरमेल भमरा

मुबारक हो! (गीत)
जिंदगी के गुल्लक में, नया साल मुबारक हो!
सूरज की किरणें, रब दी मेहर, मुबारक हो!
जिंदगी की नेमतें, बेमिसाल, मुबारक हो!
खुद से मुलाकातें, हर पल, मुबारक हो!
जन्मदिन तुम्हारा, खुशियों का पिटारा, मुबारक हो!
दुआओं में भीगा तन, मन न्यारा, मुबारक हो!
जन्मदिन की महफ़िल, सजी-धजी, मुबारक हो!
जिंदगी की किताब का, नया पन्ना, मुबारक हो!
आशीषों की फ़ेहरिस्त में, नया नाम, शामिल हो!
जन्मदिन तुम्हारा, बने यादगार, मुबारक हो!
-कुसुम सुराणा

जन्मदिन की बधाई हो बधाई (गीत)

झूमो, नाचो, गाओ,
खुशी की बेला है आईं,
अवसर सुंदर आया,
जन्मदिन की बधाई हो बधाई.
तेजोमय किरणों संग,
सूरज दादा जगमग आएं,
तारों संग चंदा चम-चम,
चांदनी बरसाएं, मंगल गाएं,
जन्मदिन की बधाई हो बधाई.
खिले फूल, हर्षित हो बहार लाई,
खुशबू का अनमोल नजराना,
मौसम ने सुर मधुर सजाए,
जन्मदिन का सुना रहा प्यारा तराना,
भाव विभोर मन देता‌ भर-भर,
अनगिन दुआएं, आशिष झरें,
जन्मदिन की खूब बधाइयां,
हम सब मिल-जुलकर गाएं,
हार्दिक मंगल शुभकामनाएं,
बाजें ढोल-नगाड़े-शहनाई,
जन्मदिन की बधाई हो बधाई.
-चंचल जैन

प्यारा जन्मदिन (गीत)

प्यारा दिन, दुलारा दिन,
आया आज फिर जन्मदिन,
बड़े सब्र से जिसका इंतज़ार था,
इंतज़ार पूरा करने आया जन्मदिन.
घर के बड़ों को करो नमन,
खिला है उनके भी दिलों का चमन,
बरसाएंगे झड़ी आशीषों की,
महका भाई-बहिनों के दिलों का गुलशन.
मां की बनाई खीर-कचौड़ी,
खाओ, सबको खिलाओ,
आया है आज जन्मदिन,
मिलकर खुशियां मनाओ.
जीवन में समरसता लाओ,
दीन-दुःखियों की सेवा कमाओ,
करके प्रभु के अनगिन उपकारों का सम्मान,
खुशी-खुशी अपना जन्मदिन मनाओ.
-अंशुमान गौड़

लीला तिवानी की आवाज में अंशुमान गौड़ के जन्मदिन गीत का लिंक-

ज्ञान की महकाना फुलवारी (बाल गीत)

Flower gardening in winter season at jamshedpur

जन्मदिवस की बेला प्यारी,
लाई है खुशियों की पिटारी,
इसमें निकला स्मार्ट मोबाइल,
मुठ्ठी में अब दुनिया सारी.
इससे ही अब ई.बुक पढ़ना,
पाना नई-नई जानकारी,
बड़े ध्यान से सोच-समझकर,
ज्ञान की महकाना फुलवारी.
-लीला तिवानी

 

आज का पल ही हमारे हाथ है (कविता)

दिन-महीने-साल गुजरते एक अरसा बीत गया,
कभी हम हार गए, कभी वक्त जीत गया,
कभी पतझड़ के मौसम ने मांगी हमसे मोहलतें,
कभी बिना दस्तक दिए बसंत आया और रीत गया.
बचपन की अठखेलियों ने मन बहलाया था,
किशोरावस्था ने मन महकाया था,
हर अवस्था ने अपना रंग दिखाया,
हर साल जन्मदिन नई-नई खुशियां लाया था.
समय ने बहुत कुछ सिखाया-करवाया,
आनंद का सागर लहराया,
कंटकों ने भी अपने रंग बिखेरे,
प्रभु ने हर बार नए तरीके से बचाया था.
‘दुःख में पुलकित हो तो जानें’ लिखवाकर,
दुःख में भी पुलकित होने का गुर सिखाया,
‘मुस्कुराने का कोई मोल नहीं’ लिखवाकर,
मुस्कुराने का राज भी समझाया.
‘अपनापन’ मिलता भी रहा-बांटते भी रहे,
‘मुस्कुराहट’ की कलियां पल-पल छांटते रहे,
आज भले ही मुस्कुराहट को मास्क ने छिपा लिया है
हमें पता है, मुस्कुराहट हमारे साथ है,
आज तो जन्मदिन की खुशियां मना लें,
क्योंकि आज का यह पल ही हमारे हाथ है.
-लीला तिवानी

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

3 thoughts on “जन्मदिवस काव्य-रचनाएं: आपकी-हमारी

  • डॉ. सदानंद पॉल

    जन्मदिवस पर आदरणीया बड़ी बहन जी (लीला मैडम) को सपरिवार शुभमंगलकामनाएँ कि स्वस्थजीवन के साथ-साथ आप नाबाद शतायुजीवन पाएँ❤🌷 सादर प्रणाम🙏

    • लीला तिवानी

      प्रिय सदानंद भाई जी, आपको यहां पर अपनी खुशी में शरीक होता देखकर हमें अद्भुत खुशी की अनुभूति हो रही है अत्यंत व्यस्तता के चलते भी इतनी स्नेहिल शुभकामनाएं देने के लिए समय निकालने के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया

  • लीला तिवानी

    एक आह्वान पर इतनी नायाब रचनाएं भेजकर , हमारे जन्मदिन को विशेष बनाने के लिए आपको हार्दिक धन्यवाद.

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