मेरी कार, मेरी कार
मेरी कार, मेरी कार, सरपट दौड़े, मेरी कार। पापा को ऑफिस ले जाती, मम्मी को बाजार घुमाती। कभी द्वारका ,
Read Moreमेरी कार, मेरी कार, सरपट दौड़े, मेरी कार। पापा को ऑफिस ले जाती, मम्मी को बाजार घुमाती। कभी द्वारका ,
Read Moreबुझ क्यों नहीं जाता है सूरज क्यों चारों पहर ये जलता है, दो पल चैन से सो लूँ मैं भी
Read Moreआई बाल दिवस की वेला, हम तुमको कुछ बतलाएं, कुछ तुमसे भी सीखेंगे हम, कुछ तुमको हम सिखलाएं. बच्चे
Read Moreमॉ का लाडला पापा का प्यारा दादा-दादी का भी दुलारा हूँ दीदी,भैया का भी मै ही सिर्फ इकलौता हूँ सबके
Read Moreदादी पहन पुराना लुग्गा बेच रही है सुन्दर फुग्गा कहती आओ मेरे बच्चे नन्हें-मुन्ने दिल के सच्चे केवल पाँच रुपैया
Read Moreमेरे घर में बना बगीचा, हरी घास ज्यों बिछा गलीचा। गेंदा, चम्पा और चमेली, लगे मालती कितनी प्यारी। मनीप्लांट आसोपालव
Read Moreहम बच्चे है, इतिहास पढ़ने में कच्चे है पर सदा ही अपनी बात में सच्चे हैं। इतिहास हैं कि बढ़ता
Read Moreदर्जी कहता सुई से तू है कितनी छोटी मैं हूँ, लम्बा चौड़ा दर्ज़ी तू, नाप सके ना उतना करता हूं मैं
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