सवैया – न दिया न दिया सब लोग कहें
अपने – अपने सब लोग कहें, अपनों न दिखौ सिगरे जग माहीं। सब स्वारथ लागि जुहार करें, बस पेड़ ही
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Read Moreदिए जलाएँ नेह के , बिन बाती बिन तेल। दीवाली हर रोज़ है , जब हो मन में मेल। जब
Read Moreचंदा चमकता है गगन में , प्रेम पर बलिहार है । करवा लिये बैठी सुहागिन कर रही मनुहार है ।।
Read Moreपीहू पीहू करे मोर, आषाढ़ सुहानी भोर। काले घन घिर आए,
Read Moreजनता को मेरा नमन, रच डाला इतिहास मोदी को चुनकर पली, हर दिल में नवआस हर दिल में नव आस,
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