रोला छंद
छोटी सी हो बात, बतंगड़ नहीं बनाना। कोई झोला छाप, सीख दे, हो न फ़साना।। लोग तमाशा देख, मजा लेते
Read Moreदीप माला,पुष्पहार, सजाये बंदनवार, रंगोली में रंग भर, आँगन सजाइये।। दीप अपनी माटी के, प्रेम पगी संस्कृति के, घर-द्वार उजियारा,
Read Moreपहले मंदिर तोरिके, मस्जिद लियो बनायकहीं खुदाई करो तो,हर मुल्ला चिंचियायहर मुल्ला चिंचियाय,कोर्ट पर करो भरोसासंविधान को बार-बार तब किसने
Read Moreदीप माला,पुष्पहार, सजाये बंदनवार, रंगोली में रंग भर, आँगन सजाइये।। दीप अपनी माटी के, प्रेम पगी संस्कृति के, घर-द्वार उजियारा,
Read Moreमोहिनी सी मुस्कुराती, रागिनी गुनगुनाती, इठलाती आयी भोर, आयी रविरश्मियाँ।।1।। प्राची ले नवल रंग, लायी उमंग, तरंग, पंछी करे कलरव,
Read Moreथरथराते हाथों को, डगमगाते पांवों को, ढलती सांझ को, सखा, रुसवा न किजिए।। फैला बाहों का पलना, सजाया सौख्य झूलना,
Read Moreदीप अपनी माटी के दीपमालायें सुंदर, सजाये बंदनवार, रंगोली रंगरंगीली, आँगन सजाइये।। दीप अपनी माटी के, प्रेम, स्नेह, ममता के,
Read More