युद्ध
युद्ध चाहिए हमें पर, कांग्रेस को क्लेशसिद्ध रमैया वह कहे,जो-जो पाकी देशजो-जो पाकी देश, वाड्रा भी पगलायामणिशंकर बेशर्म,घाव पर नमक
Read Moreझूले ऊँचा-नीचा, कर्मों का ये खेला। हिय हो शुभ भावों का, निर्मल मंगल मेला।। जीवन पावन धारा, धर्म-कर्म भंडारा। मानवता
Read Moreहिन्दी प्रियतम भाषा, बोले भारत वासी। वाणी मीठी जानो, निज अभिमान सुहासी। जैसे देशी घी की, खुशबू मन को भाये।
Read More(मन हरण घनाक्षरी छंद)चैत्र नवरात्रे आए, “आनंद” उमंग छाए,दिन अति विशेष है, मैया को मनाइए ।पावन उत्सव आया, खुशियों का
Read Moreनन्हा सा बालक जब रोता, आंचल में छुप चुप होता। ममता की छाया में सोता, भरता सुख सागर गोता।। गोदी
Read Moreमाया की माया गजब, किसको करें दुलारकभी भतीजे पर लुटें, कभी भ्रात से प्यारकभी भ्रात से प्यार,बदल जाती हैं चीजेंउन्हें
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