प्यारी सखी !!
जब से दे खा है तुम को हे प्यारी सखीसुध बुध खोए हुए हम तो प्यारी सखी!! रूप परियों सा
Read Moreजब से दे खा है तुम को हे प्यारी सखीसुध बुध खोए हुए हम तो प्यारी सखी!! रूप परियों सा
Read Moreस्वारथ की इस दौड़ में, अपने को रहे भूल। दिखावे के व्यवहार ने, हिलाईं समाज की चूल।। जिह्वा हित भोजन
Read Moreकितना भी झुठलाएं पर एक दिन जाना होगा।बिना तैयारी ही घर से जाने कहां ठिकाना होगा। न कोई अपना होगा
Read Moreमुझको अपने साथ ही रहना, मुझको तुमसे कहना है। जो मुझसे संतुष्ट नहीं है, साथ मुझे नहीं रहना है।। सुविधाएँ
Read Moreखुद को सुखी बनाने के हित, सबका सुख है सृजित करना। नहीं करना है मुझे परमारथ, मुझको निपट स्वारथी बनना।।
Read Moreस्थिरता तो शब्द मात्र है, इसको ना तुम जाना भूल। परिवर्तन ही परिवर्तन है, परिवर्तन जीवन का मूल।। षड् ऋतु
Read Moreजिन्होंने, मुगलों कोयाद , दिला दी , उनकी नानीऐसी है , छत्रपति श्रीवीर शिवाजी, की कहानी ।। डरना तो, उनके,
Read Moreनियम बना अब आप लो, जीवन जियो सुवास।नहीं किसी भी एक का, तोड़ो सत विश्वास।। निंदा नफ़रत से नहीं, बनता
Read Moreअंतर्मन में चले द्वंद को किसको मैं समझाऊंसमय का खेल है सारा मैं खुद समझ न पाऊंअमिट लिखा जो भाग्य
Read Moreमहाभारत हो रहा फिर से अविराम।आओ मेरे कृष्णा, आओ मेरे श्याम॥ शकुनि चालें चल रहा है,पाण्डुपुत्रों को छल रहा है।अधर्म
Read More