तुम बिन हमने गान न गाए
तुमने जीना सिखलाया था, तुम बिन जीना सीख न पाए। कविता अब लिखते हैं केवल, तुम बिन हमने गान न
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Read Moreधर्म शास्त्र मानव जीवन की एक कहानीआदि युग से संत पुरुषों की सूंदर बानीऋषि मुनि पहले जंगल में तप करते
Read Moreकुछ पल का ठहराव ये पथ में, ठहरो, पर, ये, धाम नहीं है। जीवन सरिता बहती प्रतिपल, रूकने का कोई
Read Moreबदलना परिणाम का अच्छा नहीं लगाबढ़त खाली नाम का अच्छा नहीं लगाहारा कोई दल तो कुछ बुरा नहीं लगापर हार
Read Moreकब तक जंगल काटोगे?चंद सिक्कों के लालच में।कब तक जहर बाँटोगे?चंद रूपयों के लालच में।। काट रहे हो हरियाली,बना रहे
Read Moreआगमन-प्रस्थान धरती,पर हमेशा ही चलेगा,प्रश्न यह है,आपने –अपनी तरफ से क्या किया है? इस धरा ने हम सजीवों,के लिए सब
Read Moreभीषण गर्मी में, चुनाव क्यों कराएकार्यकर्ता घर से, निकल न पाएसही मौसम में, जो मतदान होतापरिणाम बिल्कुल, पलट कर होत
Read Moreबूंदे बारिश की छू- छू मुझे कह रहीं बूंदे बारिश की छू- छू मुझे कह रहींचल किरण आज संग मेरे
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