जीवन पथ का हूं मुसाफिर
जीवन पथ का हूं मुसाफिर,लक्ष्य मेरी मंज़िल है।मौत आ जाने से पहले, लक्ष्य करना हासिल है।सुगम नहीं पथ जीवन का,
Read Moreजीवन पथ का हूं मुसाफिर,लक्ष्य मेरी मंज़िल है।मौत आ जाने से पहले, लक्ष्य करना हासिल है।सुगम नहीं पथ जीवन का,
Read Moreसब ने उसको है चाँद कहा,अधरों को सुर्ख गुलाब कहा,कुंतल उसकी नागिन सी लगीसुन कर रह जाती है वह ठगी,सौंदर्य
Read Moreचाहे साँस मेरी रूक जाएगगन धरा तक भी झुक जाएवीणापाणि माँग रहा वरकलम कभी ना मरने पाए। लानत है मुझ
Read Moreसंग-साथ बिन नहीं है जीवन, मैं-मैं मिल कर हम बनते हैं। चंदा के बिन, नहीं चाँदनी, चाँदनी से ही चाँद
Read Moreजो जीवों को खाते है, वे जीवों से, क्या प्रेम करेंगे! आज कर रहे प्रेम प्रदर्शन, कल उनका आहार करेंगे!!
Read Moreगिरकर,एक बार फिर से मुझे सम्भलना है।मुझे निरंतर चलना है,मुझे निरंतर चलना है।। लोभ स्वार्थ बिना,कर्म पथ पर आगे बढ़ना
Read Moreरावण को जिंदा रखना हैफिर अगले साल जलाने को। रहने हैं अत्याचार सभीव्यभिचार बंद मत करना तुम।मत बलात्कार भी बंद
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