सिंघाड़ा
ताल – तलैया में उपजाया।जल – फल नाम सिंघाड़ा पाया।। जल- तल पर हरियाली छाए।हरे सिघाड़े से भर जाए।। ऊपर
Read Moreमोक्षांश कक्षा आठवीं का होशियार बच्चा था,उसे अपनी होशियारी पर बड़ा घमंड था।हो भी क्यों न,अपनी क्लास में टॉपर जो
Read Moreचिड़िया रानी -चिड़िया रानी आओ बैठो दाना चुगलों, पी लो पानी । चिड़िया रानी… चीं – चीं, चूं – चूं
Read Moreखरखरा जलाशय के आसपास के गाँवों के किसानों ने अपने सूखे खेतों में पानी ले जाने
Read Moreखुशियों के वे पल आ जाते।बचपन के वे दिन मिल जाते।रोना-धोना, खेल-खिलौना,हंसते-गाते बढ़ते जाते।। बारिश में सब नाव चलाते।चाट पकौड़ी
Read Moreशीतकाल सौगातें लाया।ठंडी ऋतु का मौसम भाया।।छोटे दिन की लंबी रातें।अगियाने पर होतीं बातें।।गरम रजाई ने गरमाया।शीतकाल सौगातें लाया।।गज़क तिलकुटी
Read Moreउम्र के इस पड़ाव पर लगता है कि त्योहार बदल गये या फिर हम बदल गये । चलो मान लिया
Read Moreहुक्का,गुटका,चिलम, तँबाकू।नर- जीवन के हैं सब डाकू।। हुक्के में जो धुँआ उड़ाता।नश्तर तन में स्वयं चुभाता।। सट-सट धुँआ चिलम से
Read Moreगोलू अपनी पढ़ाई कर रहा था। मम्मी नहा धो कर आई अपने बेटे गोलू से बोली बेटा गोलू यह लो
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