ग्लोबल वार्मिंग, तेजी से पिघलते गलेशियर और दु:खी गंगा
एक अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिकों के संगठन ‘ इंटरनेशनल सेंटर फॉर इंटिग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट ‘ के अनुसार ,जिसमें 22 वैज्ञानिक तौर पर
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Read Moreहाथी ‘ एक ऐसा शब्द है, जिसे सुनते ही मानव बालमन के मनमस्तिष्क में एक अकल्पनीय रूप से बड़े, काले,
Read Moreतेजी से बढ़ रहे नए नए इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों के साथ ही ई-कचरे के ढेर की समस्या भी बढ़ रही है।
Read Moreग्लोबल वार्मिग के बढ़ते प्रभाव के कारण कई पक्षियों की प्रजातियां धीरे -धीरे विलुप्तता कगार पर पहुँच रही है |
Read Moreहमें स्कूल और कॉलेजों में इतिहास में पढ़ाया गया है कि भारत में मानव सभ्यता का विस्तार नदियों के किनारे-किनारे
Read Moreआज के सभी समाचार पत्रों में उत्तर भारत की हिमालय से निकलने वाली सभी नदियों के उद्गम स्थल , स्थित
Read Moreइस पृथ्वी पर मनुष्यों द्वारा किए कृत्यों की सजा इस पर रहने वाले सभी पशु पक्षी भुगतने को अभिषापित हो
Read Moreमनुष्य प्रजाति के प्रकृति के असीमित दोहन के फलस्वरूप ‘ग्लोबल वार्मिंग’ और प्रकृति द्वारा किए जाने वाले असामान्य व्यवहार से
Read Moreमैं ,निर्मल कुमार शर्मा , ‘गौरैया संरक्षण ‘ करना मेरे जीवन का परम् उद्देश्य है ,मैं मिनिस्ट्री ऑफ आई.टी एंड
Read Moreप्रकृति कितनी बड़ी नियंता है जो अनथक और सतत रूप से करोड़ों सालों से इस धरती रूपी प्रयोगशाला में स्थान
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