धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

युवावस्था में धार्मिक बनने से ही हम परम पद को प्राप्त कर सकते हैं: डा. जयेन्द्र आचार्य

ओ३म् –वैदिक साधन आश्रम तपोवन देहरादून के शरदुत्सव का दूसरा दिन-   वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून के शरदुत्सव के

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

योगाचार्य स्वामी दिव्यानन्द सरस्वती जी से साक्षात्कार

ओ३म् स्वामी दिव्यानन्द सरस्वती आर्यजगत के प्रतिष्ठित विद्वान संन्यासी हैं जिन्होंने अपने जीवन में योग प्रशिक्षण के कार्यों के साथ

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

यज्ञ से परिवार में अकाल मृत्यु नहीं होती, दरिद्रता दूर होती है, आयु में वृद्धि सहित यज्ञकर्ता को परमात्मा हर क्षण सम्भालता है: डा. जयेन्द्र आचार्य

ओ३म् –वैदिक साधन आश्रम में शरदुत्सव का प्रथम दिवस-     वैदिक साधन आश्रम तपोवन देहरादून आर्यजगत का वैदिक विधि

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्मसामाजिक

वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून का 5 दिवसीय शरदुत्सव कवि सम्मेलन के सफल आयोजन से आरम्भ

ओ३म्   वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून के 5 दिवसीय शरदुत्सव से एक दिन पूर्व 4 अक्तूबर 2016 की रात्रि

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

देश के सभी नागरिकों की तीन मातायें

ओ३म् सभी मनुष्यों की तीन मातायें होती हैं। एक जन्म दात्री माता तो प्रसिद्ध ही है जिसे सब जानते हैं। परन्तु

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

वर्णाश्रम मर्यादा व मनु के अनुसार समाज में ब्राह्मणत्व का धारक कौन?

ओ३म्   पं. भगवद्दत्त जी महान् वैदिक धर्म व संस्कृति सहित ऋषि दयानन्द के महान् भक्त व अनुयायी थे। उन्होंने

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ऋषि दयानन्द ने अपने माता-पिता, परिवार व गृह का त्याग क्यों किया?

ओ३म्   ऋषि दयानन्द महाभारत काल के बाद और अपने समय के वेदों के सर्वोच्च विद्वान, महर्षि, ऋषि, मुनि, आप्त

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

मनुष्य सृष्टिकर्त्ता ईश्वर और अपने यथार्थ स्वरूप को जानने में उदासीन क्यों रहता है?

ओ३म्   मनुष्य के पास अपना एक भौतिक शरीर होता है। इस शरीर के साथ ही शरीर में अभौतिक जीवात्मा

Read More