आचार्य धनंजय और उनका प्रसिद्ध वैदिक गुरूकुल पौंधा-देहरादून
ओ३म् देहरादून की धरती सन् 1879 में महर्षि दयानन्द जी के चरणों से पहली बार पवित्र हुई थी जब वह
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Read Moreओ३म् विकासवाद का सिद्धान्त संसार में ऐसे समय पर आया जब विज्ञान विकासशील अवस्था में था। विकासवाद का सिद्धान्त इंग्लैण्ड
Read Moreओ३म् –आचार्य रामनाथ वेदालंकार जयन्ती महोत्सव सोल्लास सम्पन्न’ पतंजलि योगपीठ के सुप्रसिद्ध यशस्वी आचार्य बालकृष्ण जी ने कहा कि
Read Moreओ३म् आज 102 वी जयन्ती पर ऋषि दयानन्द की वैदिक विद्वानों की शिष्य मण्डली में आचार्य रामनाथ वेदालंकार जी
Read Moreओ३म् परोपकारी मासिक पत्र के विद्वान सम्पादक डा. धर्मवीर जी ने पत्रिका के जुलाई, 2016 अंक में अपने सम्पादकीय
Read Moreओ३म् क्या हमें यह पता चल सकता है कि पिछले जन्म में हम क्या थे? इसका उत्तर यह है
Read Moreओ३म् हम अनुभव करते हैं कि यह विषय मनुष्यों के विचार करने व जानने हेतु उत्तम विषय है। यह
Read More12 जनवरी 1863 को कोलकाता में जन्मे स्वामी विवेकानंद की आज पुण्यतिथि है. 4 जुलाई साल 1902 को बेलूर मठ
Read Moreओ३म् पं. चमूपति जी ने सोम सरोवर नाम की एक पुस्तक लिखी है जिसमें उन्होंने सामवेद के पवमान सूक्त
Read Moreओ३म् यदि हम यह विचार करें कि संसार में हमारे प्रति सर्वाधिक प्रेम, दया, सहानुभूति कौन रखता है, कौन
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