त्योहारों में परंपरा का निर्वाह
हाेली आ रही है । लेकिन उत्साह उमंग का दूर दूर तक नामो निशान नहीं है। किसी को भी लग
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Read Moreमहाकुंभ – 2025 संपन्न हो चुका है। यह एक ऐसा अद्भुत धार्मिक, समाजिक, दार्शनिक, सांस्कृतिक आयोजन बना जिसने न केवल संपूर्ण वैश्विक जगत सनातन
Read Moreआज का भटका हुआ मानव यही सोंच रहा है कि कलयुग में फिर कोई अवतार होगा वही दुनियां के सभी
Read Moreमनुष्य शरीर में आत्मा का सर्वोपरि महत्व है। शरीर को आत्मा का रथ कहा जाता है और यह है भी
Read Moreस्मार्ट विश्वविद्यालय ने महाकुंभ विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया था, इस प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त निबंध इस
Read Moreकुछ लोग समझते हैं कि हज एक तरह की तीर्थयात्रा है, लेकिन वहां क्या होता हैं उसके बारे में सिर्फ
Read Moreस्वामी विवेकानन्द का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ। उनकी मृत्यु 4 जुलाई 1902 को बेलूर मठ, हावड़ा
Read Moreवाग्वर अंचल का लोक साहित्य, भक्ति साहित्य हो या लोक जीवन, परिवेश, जीवन और जगत से जुड़े किसी भी पहलू
Read Moreचिन्ता हरेक इंसान के जीवन में वह प्रमुख कारण है जो आदमी के समझदार होने से शुरू होती है और
Read Moreमहाभारत के अनेक पात्रों में नीति के ज्ञाता महात्मा विदुर का नाम बड़े सम्मान से लिया जाता है। महाभारत के
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