सभी राजनैतिक दलों को सुधारने व चुनाव सुधार करने का सही समय
गत 2 जनवरी को देश के सर्वोच्च न्यायालय ने धर्म, जाति और मत-संप्रदाय के नाम पर चुनाव लड़ने को असंवैधानिक
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Read Moreमानव शरीर सबसे दुर्लभ होता है .नारद पुराण में कहा गया है कि मानव शरीर इतना दुर्लभ है कि स्वर्ग
Read Moreचरित्र ही व्यक्ति की समाज में स्थापना करता है। जिसके आसरे समाज में व्यक्ति का स्तर तय होता है। एक
Read Moreअभिनय के बादशाह ओम पुरी का यूं चले जाना, मानो उन्हें मौत की पहले से खबर थी! वो शख्सियत जो
Read Moreबांग्ला में एक कहावत है– “ठाकुर दा जोई करे, मंगोल जौनयों ।” तात्पर्य हिंदी में यह है– ‘भगवान् या ईश्वर
Read Moreआगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है और इसी के साथ सभी दलों
Read Moreआधुनिकता का अतीत: ‘अधुना’ यानी यूँ कहें कि इस समय जो कुछ है, वह आधुनिक है. कुछ विचारकों की
Read Moreउत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मियां अब चरम सीमा पर पहंुच रही हैं। नये साल के दूसरे दिन ही लखनऊ के
Read Moreबंगलोर को बड़े शहरों में लड़कियों के लिए अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जाता है। यही कारण है कि सुदूर बिहार और
Read Moreपरिवर्तन प्रकृति का नियम है और हम भी प्रकृति का ही एक हिस्सा हैं. इसलिए हमारे विचारों में परिवर्तन आना
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