शेर और बिल्ली
हर आदमी त्रस्त बोलती उसकी बंद है आवाज उसकी दबा दी जाती खोलता जब भी वह जुबान है बाहर भले
Read Moreहर आदमी त्रस्त बोलती उसकी बंद है आवाज उसकी दबा दी जाती खोलता जब भी वह जुबान है बाहर भले
Read Moreकोई पानी रख दे, कटोरे में भरकर,मैं भी जी लूं ज़रा, इस तपते शहर में।ना पुकार है मेरी किसी हैडलाइन
Read Moreतुम्हारी ज़ुल्फ़ों की हंसी शाम मैं किस तरह भुलुं।पहली नज़र ही आपकी उफ़ मैं किस तरह भुलुं।शौक था के महफ़िल
Read Moreतेज़ होती गर्मी, घटते जलस्रोत और बढ़ती कंक्रीट संरचनाओं के कारण पक्षियों के लिए पानी और छांव जैसी बुनियादी ज़रूरतें
Read Moreदुनिया के उष्णकटिबंधीय वन पृथ्वी को ग्लोबल वार्मिंग के कुछ सबसे बुरे प्रभावों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं,
Read Moreआईनों की नियत बदल जायेगी!इतना- संवर के ना जाया करोयाद में जितना तुम आ जाते होकूंचे में भी कभी आ
Read Moreसर्दियों अपना कहर ढा रही थी । चूल्हा- चौका का काम तो मानो एक पहाड़ बना हुआ था। किसी तरह
Read Moreपंच तत्व से बनी काया ,बड़े भाग्य से मानव तन पाया,प्रभु की कृपा से जीवन पायाजीवन तो सुख दुख की
Read More1947 में पाकिस्तान की बुनियाद हिन्दुओं से नफरत के कारण पड़ी थी। आज करीब 77 वर्षो के बाद भी पाकिस्तान
Read More1. भावनात्मक गहराई,,,, साहित्यकार, कवि और ग़ज़ल राइटर को अपने अनुभवों और भावनाओं को गहराई से समझने और व्यक्त करने
Read More