उर-ऑंगन के चाँद तुम्हीं हो
नादान ह्दय बेचैन हुआ,बताओ कैसे हम बहलाएं ।।1। रोक रखा है कुछ तुमको,कैसे प्रेम उसे समझाए ।।2। ऋतु की तरह
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Read More25 नवंबर, 2024 को भारत सरकार ने रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करने और एक करोड़ किसानों के बीच जैविक
Read Moreकिसी ने भी हमें ये क्यों नहीं बताया है,कि बुद्ध इस भारत में बार बार आया है,बुद्ध की प्रासंगिकता हमेशा
Read Moreजीवन में परिस्थितियाँ हमेशा बदलती रहती हैं, और कभी-कभी ये परिस्थितियाँ हमें टूटने के लिए मजबूर कर सकती हैं। घुटने
Read Moreबंद आंख सूरज किए, सुबह रही झकझोर।रात दिवस हैं एक से, कुहरा है घनघोर।। सूरज छुपकर सो गया, ले बादल
Read Moreइन दिनों बेंगलुरू के एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या सुर्खियों में बनी हुई है। पत्नी के उत्पीड़न से परेशान
Read More(१)क्षणिक सम्मान की प्रतीक्षा न करना,संवैधानिकता पर तुम सन्देह न करना।प्रेम परिभाषित सम्मान जहां हो जाय,वहां कभी प्रश्नवाचक संज्ञा न
Read Moreपुरुषों के अधिकारों से तात्पर्य कानूनी और सामाजिक अधिकारों से है, जो ख़ास तौर पर पुरुषों के सामने आने वाली
Read Moreविश्व हिन्दू परिषद के कार्यक्रम में इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश शेखर यादव द्वारा दिया गया संबोधन जज साहब के लिये
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