गीतिका/ग़ज़ल *मदन मोहन सक्सेना 26/02/2016 ग़ज़ल(हम पर सितम वो कर गए), मदन मोहन सक्सेना ग़ज़ल(हम पर सितम वो कर गए) हम आज तक खामोश हैं और वो भी कुछ कहते नहीं दर्द के नग्मों में हक़ बस मेरा नजर आता Read More