प्रिय गुरमैल भाई जी, आपको वसंत पंचमी की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. पेशे खिदमत है आपके लिए वसंत पंचमी का सुहानी सौगात. आपकी लिखी आत्मकथा का चौथा भाग आपकी ही नज़र है मेरी कहानी-4. बताइएगा, केसर वाले नारियल के लड्डू कैसे बने हैं.

परिचय - लीला तिवानी
लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं।
एक और अच्छा कार्य !
प्रिय विजय भाई जी, शुक्रिया.
प्रिय विजय भाई जी, शुक्रिया.
लीला बहन , बसंत पंचमी की सौगात तो इतनी बड़ी है कि मेरी झोली कम पडी गई . आप को भी बसंत पंचमी की बहुत बहुत वधाई हो .लडू तो पंजाबी में बह जा बह जा हो गई .
प्रिय गुरमैल भाई जी, आपका लेखन अद्भुत है.
वाहह लाजवाब अनुपम सृजन के लिए बधाई बहन जी
प्रिय राजकिशोर भाई जी, आपको भी बधाई.