कहानी : मूक प्रेम
आज लगभग एक साल हो गया उसको देखते हुए वह प्रति दिन प्रातः काल ठीक आठ चालीस पर उसके घर
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Read Moreरामू एक किसान था । इस साल पड़े सूखे ने उसके खेतों के साथ ही उसे भी सूखा दिया था
Read Moreबैंक पुरानी नोट लेने के लिए नई नोट देने को तैयार है, सरकार भी साथ है, दूध वाला उधार देने
Read Moreसबिया कितनी बदल गई थी. मुझे स्पस्ट याद हैं मैं पुरे पांच साल बाद गाँव लौटी हूँ. गाँव का स्वच्छ
Read Moreपार्टी में समीर को देखकर आशा को लगा मानों उसका अतीत उसके सामने आ गया है। आशा मुम्बई के एक
Read Moreमोबाइल की रिंग बजते ही आँखें मूंद कर लेटे, अभय की तन्द्रा टूटी l वह कुछ समय पहले ही ऑफिस
Read Moreराम राम झिनकू काका, कैसे हैं आप…….सब खैरियत तो है न……… कब पधारे बबुआ, बहुत दिन बाद गांव याद आया………..ठीक
Read Moreआज कजरी बहुत खुश है मैके जाने का उसका सपना पूरा होने वाला है। है न अजीब बात, किसी लड़की
Read Moreफ़ेरे हो चुके हैं, तमाम रस्मों-रिवाज को निपटाने के बाद कुछ देर विश्राम के लिए काज़ल को एक कमरे में
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