कविता

हाइकु – गाँव

मनीष मिश्रा “मणि”

बढा शहर
गाँव का बलिदान
वक्त कसौटी

बना लो घर
ज़हन का शहर
दिल का गाँव

खडी फसल
निगरानी गाँव की
खेत में घर

खेत कतार
पगडंडी के रास्ते
गाँव से गाँव