कविता
मन के घोड़े पर जब तक
जानने की इच्छा
सवार नहीं होगी
भटकन यूँ ही रहेगी
सदियां गुजर जाने से
कोई वक्त नहीं गुजर जाता ?
उम्र की एक एक
सीढी चढने या
झड़ने का
अर्थ तो
समझना
ही पडेगा …..!!!
,,,,,रितु शर्मा
मन के घोड़े पर जब तक
जानने की इच्छा
सवार नहीं होगी
भटकन यूँ ही रहेगी
सदियां गुजर जाने से
कोई वक्त नहीं गुजर जाता ?
उम्र की एक एक
सीढी चढने या
झड़ने का
अर्थ तो
समझना
ही पडेगा …..!!!
,,,,,रितु शर्मा
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बढ़िया !