गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

फल गयी आपकी हर दुआ फिर किसे क्या कहें
दर्द को मिल गयी जब दवा फिर किसे क्या कहे

इश्क में चाक दामन उसी ने किया जानकर
दी गई पर हमीं को सजा फिर किसे क्या कहें

आग जलती रही तन बदन में बड़ी देर तक
ले गई आब को भी चुरा फिर किसे क्या कहें

साँस सरगम बनी…..जब बजी प्रेमधुन कान में
क्या किसी ने कहा या सुना फिर किसे क्या कहें

प्यार की हर तमन्ना हुई ……..है जवां आपसे
आ रही है अभी तक सदा फिर किसे क्या कहें

ख्वाब में रोज आकर हमें तुम सताते रहे
जागते में मिली ये अदा फिर किसे क्या कहें

प्यास थी बड़ी और उस पार थी इक नदी
बीच मझधार जा खुद फँसा फिर किसे क्या कहें

रामकिशोर उपाध्याय

राम किशोर उपाध्याय

1.नाम : रामकिशोर उपाध्याय 2.पिता का नाम : स्व. एस.एस.उपाध्याय 3. माता का नाम : स्व.अत्री देवी 4.जन्म तिथि : 27.10.1958 5.जन्म स्थान : ग्राम दादरी,जिला मेरठ,उ.प्र. 6.शैक्षणिक योग्यता : एम.ए.(अंग्रेजी साहित्य ) ,वर्ष 1978 मेरठ विश्वविद्यालय, मेरठ 7. सम्प्रति : भारतीय रेलवे लेखा सेवा में ग्रुप ‘ए”अधिकारी पदस्थ : उप वित्त सलाहकार एवं मुख्य लेखाधिकारी,उ.म.रेलवे,IRPMU, शिवाजी पुल,नई दिल्ली -01 8. वर्तमान पता : 248/7 A, रेलवे अधिकारी निवास,पी.के. रोड,नई दिल्ली -01 9. संपर्क : दूरभाष घर – 011 -23746618, +91-9868215914 e-mail: upadhyay.ramkishore@gmail.com 10. लेखन का क्षेत्र : हिंदी में कविता(समस्त विधा –छंदमुक्त, छंद,ग़ज़ल ,मुक्तक,गीत और हायकु),कहानी(लघु कथा और दीर्थ कथा ) और हास्य व्यंग 10.प्रकाशित ग्रन्थ : कविता –संग्रह ‘ड्राइंग रूम के कोने’ 11. प्रकाशित अन्य रचनाएँ : कादम्बिनी, सार्थक-नव्या, रेल संगम (उ.म.रेलवे द्वारा प्रकशित त्रेमासिक पत्रिका का मुखपत्र ),गतिमान(द.पू.रेलवे की पत्रिका),आकाशवाणी की पत्रिका ‘मन्दाकिनी’ एवं विभिन्न पत्र –पत्रिकाओं के प्रकाशित कहानी और कवितायें. 12. साहित्यिक गतिविधियाँ : 1.अध्यक्ष/युवा उत्कर्ष साहित्यिक मंच ,दिल्ली के माध्यम से नवोदित रचनाकारों को हिंदी गद्य / पद्य लेखन हेतु प्रोत्साहन कार्य में रत 2. देश के विभिन्न प्रान्तों में हिंदी कविता के प्रोत्साहन हेतु विशेषकर ग्रामीण अंचलों में जाकर पर काव्य पाठ करना/कराना | 3. मासिक कवि गोष्ठियों का आयोजन 4.दूरदर्शन , नई दिल्ली में काव्यपाठ 5.सरकारी और गैरसरकारी हिंदी विषयक साहित्यिक –गतिविधियों में सहभागिता 13.उपलब्धियां 1.महाप्रबंधक /उ.रे. का राजभाषा पुरस्कार ,वर्ष 2002 2. हिंदी डिक्टेशन प्रतियोगिता ,उ.रे.2003 3.हिंदी कविता पाठ प्रतियोगिता,उ.रे.-2009 में प्रथम पुरस्कार 4.महाप्रबंधक /डी.एल.डब्लू का राजभाषा पुरस्कार -2012 5. मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार-2013- रेल मंत्रालय /भारतसरकार द्वारा कविता-संग्रह ‘ड्राइंग रूम के कोने’पर 6. “साहित्य-गरिमा” सम्मान -2014 मांडवी प्रकाशन,गाज़ियाबाद से 7. ‘कवितालोक रत्न’ सम्मान -2015 (26.04.2015 को हिसार हरियाणा में ) 8.सृजन सम्मान -2015 – सृजनगाथाडॉट कॉम ,रायपुर,छत्तीसगढ़ द्वारा सम्मानित (रामकिशोर उपाध्याय,IRAS ) 248/7 A, रेलवे अधिकारी निवास, पी.के. रोड,नई दिल्ली -01 Mob.9717649051

One thought on “ग़ज़ल

  • विजय कुमार सिंघल

    बढ़िया ग़ज़ल !

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