जज़्बात
कैसे बताऊ जज्बात
प्यार की मीठी बात
ख्वाबो में मुलाक़ात
हर पल सिर्फ याद
बेकली बेकरारी बढ़ा कर
बन गए हो दिल के महताब ।
थाम के हाथ मेरा
जब तुम चले थे
राह के कांटे भी
फूलो जस मिले थे
जिंदगी नाम कर दी तुम्हारे
तेरी ही आहटे है आस पास ।
छूट भी जाए जहाँ सारा
मुझसे बिछड़े कभी ना
मेरी आँखों का तारा
तुम्हारे नाम से चलती है मेरी साँस
साथ दोगे सदा है अटूट विश्वास ।
— सुनीता रातवानी
वाह वाह ,बहुत खूब .