विदा
अँजुरी में अनाज
बिना देखे
विदा पीछे दे उछाल
बिटिया सोचे
हमें निकाला
समृद्धि न जाए
माँ..
गीला आँचल लिए
पा…
दिवालिया से
भइया…
कतराए कतराए
दुनिया की रीति
निभे न निभाए
सीता…
राम संग जाए
वन गमन
संदेह
अग्नि परीक्षा
सर्वांग सिहरे
घर…………..
मायका हुआ जाए रे~~~~~
#निवेदिता
बढ़िया !