कविता

डॉ कलाम को श्रद्धांजलि

डॉ कलाम (15 अक्टूबर 1931 – 27 जुलाई 2015) को अश्रुपूरित श्रद्धांजलि नमन

भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें राष्ट्रपति
पद्म भूषण, पद्म विभूषण, भारत रत्न
कई विश्वविद्यालयों से डाॅक्टर आॅफ साइन्स
अग्नि त्रिशूल पृथ्वी आकाश नाग मिसाइलों के जनक
वैज्ञानिक मिसाइल मेन अनुसंधान कत्र्ता
अंतरिक्ष परियोजनाओं के निदेशक
रोहिणी एस.एल.वी. 3 राकेटों के आविष्कारक
पोखरण परमाणु परीक्षण 1998 के मार्गदर्शक
विज्ञान के भगवान, हर धर्म में आस्था
बचपन में अखबार बांटकर पाई शिक्षा
जोहरा आपा ने गहने गिरवी रख दिलाई उच्च शिक्षा
सोलोमन रामकृष्ण अय्यर कथाकिल शिक्षकों से पाया ज्ञान
साराभाई धवन ब्रहमप्रकाश से सीखा विज्ञान
पारदर्शी निष्कलंक अपरिग्रही संतोषी स्वाभिमानी
सादा जीवन उच्च विचार पर चलकर दिया संदेश
जल में कमल सदृश कलाम सर की सशक्त कलम
सृजित कर कई अनमोल प्रेरणास्प्रद पुस्तकें
अग्नि की उड़ान, मेरे सपनों का भारत, तेजस्वी मन
इण्डिया विजन 2020, इग्नाइटेड माइन्ड्स आदि
लिखीं संवेदनशील भावपूर्ण कविताऐं
युवा शक्ति के पथ प्रदर्शन हीरो
भारत माता का सपूत अनमोल हीरा
शिक्षण संस्थानों में लाखों बच्चों को दिया संदेश
भारत महान को तुम ही बनाओगे एक अच्छा देश
सेवानिवृत्ति पद मुुक्ति के बाद भी
शिक्षक का निभाया धर्म कर्म
राष्ट्रपति पद की बनाए रखी गरिमा
संविधान की नीतियों पर रखा ध्यान
लोकतंत्र को मजबूत किया ऐसे इन्सान
अनुशासन का पालन कर पढ़ाया पाठ
स्वदेशी तकनीक को दिलाई साख
मातृभाषा राजभाषा से था प्रेम
कलाम सर से कोई सीखे देश प्रेम
रामेश्वरम में ली जीवन की पहली सांस
शिलांग आई.आई.एम. में ली अंतिम सांस
बच्चों को व्याख्यान देते-देते चले गए
मिसाइल मेन उड़ गए सब रोते रह गए
अपने कर्मों से छोड़ गए एक मिसाल
कमल से कलाम सर कर गए कमाल
रामेश्वरम भी तीन दिन रात रोता रहा
यहीं पर तुम हुए सुपूर्द-ए-खाक
सजल नेत्रों से सबने कहा अलविदा
हम सब को तुम याद रहोगे सदा
रामेश्वरम में बड़े भाई रो रहे थे
रामेश्वरम का पूरा परिवार रो रहा था
सोशल साइट्स हर युवा रो रहा था
हर धर्म भाषा क्षेत्र का हर व्यक्ति रो रहा था
तुम्हारे जाने पर कलाम पूरा देश रो रहा था।

— डॉ दिलीप भाटिया

*दिलीप भाटिया

जन्म 26 दिसम्बर 1947 इंजीनियरिंग में डिप्लोमा और डिग्री, 38 वर्ष परमाणु ऊर्जा विभाग में सेवा, अवकाश प्राप्त वैज्ञानिक अधिकारी

One thought on “डॉ कलाम को श्रद्धांजलि

  • विभा रानी श्रीवास्तव

    शत शत नमन कलाम जी को

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