गीत/नवगीत

गीत : भाग ले

खुद के ही सवालों में उलझा है
कोई भी सवाल अभी न सुलझा है
दिल को कोई न तोड़ दे
बीच राह में कोई न छोड़ दे
भाग ले तू भाग ले
सोया हुआ है कब से
जाग ले अब तू जाग ले
हो… हो…. हो….

पीछे पीछे देख तेरे क्या है पड़ा
तू है आगे देख साया पीछे खड़ा
और कितना भागेगा तू थक जाएगा
ज्यादा न सोच तेरा दिमाग फट जाएगा
जिंदगी दो पल की है
खुद को भी जी ले
भाग ले तू भाग ले
सोया हुआ है कब से
जाग ले अब तू जाग ले
हो…..हो……हो…..

कहाँ तक छिपेगा तू
रात के बाद सवेरा है
गिर के उठना सीख ले
सच होगा जो सपना तेरा है
हार तो मिलती है उसे
जो जीतने के काबिल है
समभल कर चल जरा
राह बहुत शातिर है
भाग ले तू भाग ले
सोया हुआ है कब से
जाग ले अब तू जाग लें
हो… हो…. हो….